Aarti Yamuna Ji Ki Lyrics: सनातन धर्म में सम्पूर्ण प्रकृति को भी पूजनीय बताया गया है, जिसमें नदियों को भी माँ के रूप में पूजा जाता है। यमुना जी को भगवान श्री कृष्ण की बहन और सूर्य देव की पुत्री के रूप में पूजा जाता है। इसके साथ ही यमुना नदी के तट पर देश भर में यमुना माता जी की आरती की जाती है। इस आरती से जीवन में सुख शांति और आत्म-पवित्रता आती है।
Shri Yamuna Ji ki Aarti
ॐ जय यमुना माता, हरि जय यमुना माता।
जो नहावे फल पावे सुख दुःख की दाता॥
ॐ जय यमुना माता…
पावन श्रीयमुना जल अगम बहै धारा।
जो जन शरण में आया कर दिया निस्तारा॥
ॐ जय यमुना माता…
जो जन प्रातः ही उठकर नित्य स्नान करे।
यम के त्रास न पावे जो नित्य ध्यान करे॥
ॐ जय यमुना माता…
कलिकाल में महिमा तुम्हारी अटल रही।
तुम्हारा बड़ा महातम चारो वेद कही॥
ॐ जय यमुना माता…
आन तुम्हारे माता प्रभु अवतार लियो।
नित्य निर्मल जल पीकर कंस को मार दियो॥
ॐ जय यमुना माता…
नमो मात भय हरणी शुभ मंगल करणी।
मन बेचैन भया हैं तुम बिन वैतरणी॥
ॐ जय यमुना माता…