Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में जनवरी 2024 में होने वाले रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर सोमवार को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को लेकर चर्चा हुई। कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि जनवरी में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के साथ तीन दिन तक रामलला के दर्शन पर रोक रहेगी। इस दौरान आमजन से अपील की जाएगी कि वे अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए न आएं।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद एक बार फिर भक्त रामलला का दर्शन सामान्य तौर पर कर पाएंगे। बैठक में आईजी, कमिश्नर, एसएसपी, डीएम और संघ के पूर्व सहकार्यवाह भैया जी जोशी, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और पदाधिकारी शामिल हुए। कमिश्नर ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन और वीआईपी मेहमानों के आगमन उससे जुड़े हुए पहलुओं पर भी चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है, जिससे जनता को कम से कम असुविधा हो।
Ayodhya News: राम मंदिर ट्रस्ट इस पर निर्णय करेगा
उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठा के दिन वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए राम मंदिर दर्शन पर रोक लगी रहेगी। राम मंदिर ट्रस्ट इस पर निर्णय करेगा। मंदिर ट्रस्ट के तरफ से अपील की जाएगी कि प्राण प्रतिष्ठा और वीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए 3 दिन तक श्रद्धालु रामलला का दर्शन नहीं सकेंगे। आगे भी प्रधानमंत्री के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा के संबंध में अहम निर्णय लिए जाएंगे।
प्राण प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि सुरक्षा को लेकर सभी बिंदुओं पर मंथन चल रहा है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए पर्याप्त बलों की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जाएगी। इस बैठक के बाद राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु शामिल होने की उम्मीद है।