Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। यहां एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई थी और उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। लेकिन चिता पर लेटे शव में अचानक हरकतें होने लगीं। यह देखकर श्मशान घाट पर मौजूद हर कोई भौचक्का रह गया।
जानकारी के मुताबिक, बांदा के नगर पंचायत जमानिया के मोहल्ला मक्कापुर निवासी 70 वर्षीय मोहम्मद अली की बीते मंगलवार को मौत हो गई थी। (Banda News) बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। लेकिन चिता पर लेटे शव में अचानक हरकतें होने लगीं। शव के पैर और हाथ हिलने लगे।
नगर कोतवाली क्षेत्र के शंभू नगर निवासी वृंदावन पाल की बीमारी के चलते निधन हो गया था. उनके शव को क्योटरा के हरदौली मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. परिजनों ने वृंदावन का शव चिता पर मुखाग्नि देने के लिए रखा था. (Banda News) परिजन अभी चिता को आग लगाने वाले थे कि उन्हें मृत शरीर में हरकतें दिखाई दीं. परिजनों ने देखा कि वृंदावन पाल के होंठ और गाल हिल रहे हैं और उनके पैर कंपन्न कर रहे थे. यह नजारा देख वहां मौजूद लोग हैरत में पड़ गए.
Banda News: डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
जीवित होने की आस में परिजन शव को लेकर ट्रामा सेंटर पहुंचे. वहां डॉक्टरों ने वृंदावन पाल को मृत घोषित कर दिया.वृंदावन पाल के शरीर में जब हरकतें हुई तो परिजनों में उनके जिंदा होने की आस जगी. वह उनके शव को लेकर जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर पहुंचे. लेकिन, डॉक्टरों द्वारा वृंदावन पाल को मृत घोषित होने पर परिजनों में फिर से शोक छा गया. (Banda News) डॉक्टर का कहना था कि इनकी मौत पहले ही हो चुकी है. परिजन उनके शव को लेकर वापस श्मशान घाट पहुंचे और शव का अंतिम संस्कार किया. इस खबर की चर्चा लोगों में खूब हो रही है.
इस मामले में डॉक्टर जे. विक्रम ने बताया कि शरीर से जीवात्मा निकलने के बाद भी मांसपेशी कोशिकाएं कुछ समय तक हरकत में रहती है. जब वृंदावन पाल को चिता पर लेटाया गया था तब उनकी मांसपेशी कोशिकाएं हरकत कर रहीं थीं. परिजन समझे कि वह जिंदा हैं लेकिन उनकी मौत पहले ही हो चुकी है. पुलिस अधीक्षक बांदा अंकुर अग्रवाल ने बताया कि वृंदावन पाल का निधन बीमारी के चलते हो गया था. परिजनों को एहसास हुआ कि वह अभी जीवित हैं. इसी आस में वह उनके शव को लेकर जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर पहुंचे थे.