Delhi Pollution: दिल्ली में सोमवार शाम और मंगलवार सुबह हुई बारिश ने जहरीली हवा को कुछ हद तक साफ किया है। इस बीच एक और राहत की खबर यह आ रही है कि पराली जलाने की घटनाएं भी कम हो रही है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब और हरियाणा में खेतों में आग लगने की दैनिक घटनाएं अब 100 से नीचे बनी हुई हैं। दोनों राज्यों में पिछले चार वर्षों में पराली जलाने के सबसे कम आंकड़े दर्ज किए गए, वहीं उत्तर प्रदेश में वृद्धि हुई।
Delhi Pollution: पंजाब में 26% की गिरावट
रिपोर्ट के मुताबिक सैटेलाइट्स ने 2023 में 15 सितंबर से 27 नवंबर के बीच पंजाब में धान के अवशेष जलाने की 36,614 घटनाओं का पता लगाया, जबकि इसी अवधि में 2022 में 49,888, 2021 में 71,286 और 2020 में 82,842 घटनाएं हुईं। ये आंकड़े इस वर्ष खेतों में आग लगने की घटनाओं में 26% की गिरावट दर्शाते हैं और यह बताते हैं कि इस सर्दी में पराली जलाने के सबसे बुरे दिन ख़त्म हो गए हैं।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा अधिसूचित मानक प्रोटोकॉल का पालन करने वाले भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में 15 सितंबर से 27 नवंबर तक 2,285 फसल अवशेष जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि 2022 में 3,629, 2021 में 6,946 और 2020 में 4,063 घटनाएं दर्ज हुई थीं। यह 2022 की तुलना में 2023 में पराली जलाने में 37% की गिरावट दर्शाता है। हालांकि, यूपी में 2022 में 2,677 के मुकाबले इसी अवधि में 3,748 खेत में आग लगने की घटनाएं दर्ज की गईं।
आईएआरआई में अंतरिक्ष प्रयोगशाला से कंसोर्टियम फॉर रिसर्च ऑन एग्रोइकोसिस्टम मॉनिटरिंग एंड मॉडलिंग के प्रमुख वैज्ञानिक और प्रभारी प्रोफेसर विनय सहगल ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का मौसम समाप्त हो गया है और गेहूं की बुआई पहले ही हो चुकी है। उन्होंने कहा, ‘पश्चिमी यूपी में खेत की आग लगभग खत्म हो गई है, लेकिन पूर्वी यूपी में यह 20 दिसंबर तक जारी रहेगी।’
पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में गिरावट के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। इनमें सरकार की पहल, जैसे कि किसानों को पराली प्रबंधन के लिए आर्थिक प्रोत्साहन और पराली जलाने पर प्रतिबंध, शामिल हैं। इसके अलावा, मौसम की स्थिति भी कारक रही है। इस साल, बारिश ने पराली जलाने की घटनाओं को कम करने में मदद की है। हालांकि, यूपी में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि चिंता का विषय है। इसकी वजह यह है कि यूपी में भी पंजाब और हरियाणा की तरह ही पराली जलाने से वायु प्रदूषण होता है।