Emcure Pharma IPO: आईपीओ बाजार की रौनक बढ़ने वाली है. शेयर बाजार के रेग्यूलेटर सेबी (SEBI) ने शार्क टैंक इंडिया फेम नमिता थापर की एमक्योर फार्मा को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. कंपनी अपने आईपीओ में नए शेयर्स के साथ ऑफर फॉर सेल के जरिए भी पैसा जुटाएगी. (Emcure Pharma IPO) यानि कंपनी के मौजूदा निवेशक भी आईपीओ में अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. आईपीओ में फ्रेश इक्विटी के जरिए 800 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है जबकि 1.36 करोड़ शेयर्स कंपनी के प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स ऑफर फॉर सेल के जरिए आईपीओ में बेचेंगे.
Emcure Pharma IPO: दो महीने में आ सकता है आईपीओ
सेबी से एमक्योर फार्मा को आईपीओ लाने की मंजूरी मिलने के बाद ये माना जा रहा है कि कंपनी अगले दो महीने में आईपीओ को लॉन्च कर सकती है. कंपनी ने दिसंबर 2023 में सेबी के पास आईपीओ लाने के लिए ड्रॉफ्ट पेपर दाखिल किया था. इसके मुताबिक आईपीओ में जुटाने गए रकम के जरिए कंपनी कर्ज का भुगतान करेगी साथ ही बचे हुए रकम को कंपनी के दूसरे कार्यों पर खर्च किया जाएगा. एमक्योर फार्मा ने साल 2022 में यूक्रेन रूस युद्ध के बाद शेयर बाजार के बिगड़े सेंटीमेंट के चलते अपने आईपीओ प्लान को ठंडे बस्ते में डाल दिया था.

बेन कैपिटल की है हिस्सेदारी
बेन कैपिटल समर्थित एमक्योर फार्मा ने आईपीओ लॉन्च करने के लिए जेपी मॉर्गन, जेफ्फीरीज, और कोटक को इंवेस्टमेंट बैंक के तौर पर हायर किया हुआ है. (Emcure Pharma IPO) बेन कैपिटल की कंपनी में 13 फीसदी हिस्सदारी है. इस आईपीओ में बेन कैपिटल अपनी हिस्सेदारी को बेच सकती है. आईपीओ के जरिए एमक्योर फार्मा 3 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन का टारगेट लेकर चल रही है.
13वीं बड़ी फार्मा कंपनी
1981 में शार्क टैंक इंडिया की जज नमिता थापर के पिता सतीश मेहता ने महज 3 लाख रुपये के पूंजी के साथ से एमक्योर फार्मा को खड़ा किया था. कंपनी का देश की 13 वीं बड़ी फार्मा कंपनी है. 40 सालों में एमक्योर ने 19 सब्सिडियरी कंपनी खड़ा किया है. उसके रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम में 500 वैज्ञानिक हैं और कंपनी के 11,000 के करीब वर्कफोर्स है.