Lucknow News: उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले प्रदेश के हजारों बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षकों ने आज दिनांक 9 अक्टूबर को महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय पर धरना देकर अपनी मांगों के निराकरण की मांग की। शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली, राज्य कर्मचारियों की भांति उपार्जित अवकाश, द्वितीय शनिवार अवकाश, प्रतिकर अवकाश, कैशलेस चिकित्सा, प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक की पदोन्नति एवं तैनाती, सभी शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान, 10 लाख रुपए का सामूहिक बीमा, अंतर्जनपदीय एवं अंत: जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण माध्यमिक शिक्षकों की सेवा सुरक्षा से संबंधित धारा 21 को शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम में सम्मिलित करने आदि मांगों को लेकर धरना दिया।
धरने में शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि महानिदेशक द्वारा प्रदेश के अधिकारियों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि सरकार शिक्षकों से नाराज है, इसलिए शिक्षकों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। इसी भ्रम में प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी, बेसिक शिक्षकों को अपमानित एवं उत्पीड़न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महानिदेशक प्रति दिन शिक्षकों को नुकसान करने वाले निर्देश जारी करते हैं, जिससे प्रदेश भर का शिक्षक महानिदेशक की कार्यप्रणाली से नाराज है।
धरने के बाद शिक्षक महासंघ के प्रतिनिधियों ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा से वार्ता की। वार्ता में उपार्जित अवकाश, अतः जनपदीय स्थानांतरण, निशुल्क चिकित्सा सुविधा आदि सभी बिंदुओं पर वार्ता हुई और सहमति बनी की सभी मांगों पर शासन द्वारा आदेश निर्गत किया जाएगा। (Lucknow News) इसलिए आगामी 16 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश शासन में वार्ता होगी।
वार्ता के उपरांत शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि धरना एक माह के लिए स्थगित किया जाता है। यदि शिक्षकों की मांगों का निराकरण नहीं किया जाता है तो एक माह बाद फिर से धरना लगाया जाएगा।
वार्ता में शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डॉक्टर दिनेश शर्मा, संयोजक एवं पूर्व एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी, एमएलसी एवं विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता ध्रुव कुमार त्रिपाठी, पूर्व एमएलसी हेमसिंह पुण्डीर, सुभाष शर्मा, जगबीर किशोर जैन, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री संजय सिंह, माध्यमिक शिक्षक संघ के महामंत्री नरेंद्र कुमार वर्मा, प्राथमिक शिक्षक संघ को कोषाध्यक्ष शिव शंकर पांडे, संगठन मंत्री सुधांशु मोहन, संजीव शर्मा, यशपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।
Lucknow News: हजारों शिक्षकों के धरने से शासन दबाव में
शिक्षक महासंघ द्वारा महानिदेशक स्कूल शिक्षा की कार्यप्रणाली के विरोध में किए गए धरने से शासन दबाव में आ गया है। धरने के बाद शासन ने शिक्षकों की मांगों के निराकरण के लिए आश्वासन दिया है। यह आश्वासन शिक्षकों के लिए एक बड़ी जीत है।
शिक्षकों का कहना है कि यदि शासन ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।