Lucknow News: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार किए जा रहे अनेकों दावों और निर्देशों के बावजूद सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों तक चिकित्सकों की लापरवाही व स्वास्थ्य सेवाओं में नाकामी देखने को मिलती है। इसी से जुड़ा एक मामला लखनऊ के थाना ठाकुरगंज क्षेत्र से सामने आया, जहां सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए युवक को लखनऊ निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। (Lucknow News) परिजनों का आरोप है कि इलाज के बाद उसकी हालत ठीक होने लगी थी लेकिन ऑपरेशन के बाद अचानक उसकी तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गयी। स्थानीय पुलिस परिजनों की शिकायत पर जांच कर रही है।
Lucknow News: सड़क हादसे में सिर और जबड़े में लगी थी चोट
मिली जानकारी के अनुसार, हरदोई के शाहगंज मल्लावां के रहने वाले 40 साल के ट्रक चालक कृष्ण अवतार शुक्ला बीते सप्ताह हरदोई के ही एक ढाबे पर खाना खाकर निजी काम से मोटरसाइकिल से निकले थे। उसी दौरान पीछे से आ रहे ट्रैक्टर ने उन्हें भीषण टक्कर मार दी। टक्कर लगने से वे बुरी तरह से जख्मी हो गए और उनके जबड़े व सिर में गंभीर चोट आ गयी। (Lucknow News) आनन फानन में उन्हें हरदोई के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से शुरुआती इलाज के बाद KGMU के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।

बेहतर इलाज की आस में KGMU की जगह निजी अस्पताल में कराया भर्ती
परिजनों का कहना है कि KGMU में इलाज और बेड जैसी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बीते 21 अप्रैल को मरीज को थाना ठाकुरगंज क्षेत्र स्थित न्यू आरएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बताया जाता है कि वहां पहले साधारण तौर पर इलाज हुआ, फिर मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया। (Lucknow News) मरीज की हालत में काफी सुधार देखने को मिल रहा था कि अचानक डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने की बात कही। परिजनों की रजामंदी के बाद बीते रविवार की दोपहर करीब 12 बजे महिला सर्जन ने मरीज के जबड़े का ऑपरेशन किया।
ऑपरेशन के बाद बिगड़ी हालत, पुकारने पर भी नहीं आए डॉक्टर
परिजनों का आरोप है कि ऑपेरशन के बाद मरीज को रविवार देर रात में अचानक तेज दर्द शुरू हो गया। (Lucknow News) निजी अस्पताल के स्टाफ ने डॉक्टर से फोन पर बात करके दवाएं दीं, लेकिन राहत नहीं मिली। भीषण दर्द के बीच कई बार ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन वे नहीं आए और न ही अस्पताल का कोई अन्य डॉक्टर मरीज को देखने आया। जिसके चलते रविवार व सोमवार की मध्य रात्रि करीब साढ़े 3 बजे मरीज की मौत हो गयी।
परिजनों का आरोप- रात भर तड़पता रहा मरीज, हाथ पैर तक बांधे
मृतक मरीज की पत्नी ने इस मामले में अस्पताल पर इलाज में बड़ी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। मृतक की पत्नी संगीता शुक्ला ने अस्पताल पर आरोप लगाते हुए कहा कि घटना की रात उनके पति तड़पते रहे लेकिन अस्पताल का कोई भी स्टाफ कोई दवा देने तक नहीं आया। आरोप दर्द से कराहने के दौरान अस्पताल के लोगों ने उनके हाथ-पैर तक बांध दिए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों की ओर से किये जा रहे हंगामे को शांत कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।