Shahdol
सच में कलेक्टर हो तो ऐसा जो स्वयं ही बच्चों के मार्गदर्शक बनकर शिक्षक की भूमिका निभाते नजर आ रहे… जी हां हम बता दें आपको की मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में पदस्थ कलेक्टर श्री तरुण भटनागर जी ने क्षेत्र में किसी सर्वे के उद्देश्य से गए (Shahdol) जहां कलेक्टर तरुण भटनागर जी ने शहडोल जिले के ग्राम पिपरिया में बने शासकीय विद्यालय पहुंचे जहां उन्होंने स्वयं ही शिक्षक बनकर बच्चों को मार्गदर्शन देते नजर आ रहे है। और यही नहीं उन बच्चों से किताब पढ़वाने का यह वीडियो वाकई में शिक्षा के प्रति समाज को प्रेषित करता है जो एक जिले का कलेक्टर इन बच्चों के लिए स्वयं ही मार्गदर्शन बन गया वीडियो में आप साफ-साफ देख सकते हैं की किस प्रकार से बैठकर कलेक्टर साहब ने उन बच्चों से किताब पढ़वाई और स्वयं ही सहपाठी बनकर साथ में पुस्तक भि पढ़ी,,,,, वीडियो में आप साफ-साफ देख सकते हैं।
कलेक्टर यह कार्य शिक्षा के प्रति समर्पण का एक प्रेरणादायक उदाहरण है। (Shahdol) यह दर्शाता है कि यदि हम सब मिलकर प्रयास करें तो शिक्षा का स्तर निश्चित रूप से ऊँचा उठाया जा सकता है।
यह घटना शिक्षा विभाग और जनप्रतिनिधियों के लिए भी एक प्रेरणा है। यदि सभी लोग शिक्षा के प्रति कलेक्टर भटनागर जैसा ही रवैया अपनाएं तो निश्चित रूप से समाज में शिक्षा का स्तर ऊँचा उठेगा और देश प्रगति करेगा।
कलेक्टर के इस कार्य की सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है। लोग उनकी इस पहल को सराह रहे हैं और उनका कहना है कि ऐसे ही अधिकारियों की समाज में जरूरत है।