Uttarakhand: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक विधायक महारा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर विपक्षी दलों के नेताओं को डराने और धमकाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं पर ईडी और सीबीआई द्वारा की गई कार्रवाइयां इसका उदाहरण हैं।
महारा ने कहा कि हरक सिंह रावत के मामले में डेढ़ साल पहले विजिलेंस जांच की गई थी। (Uttarakhand) उन्होंने मांग की कि इस जांच में क्या हुआ इसे सार्वजनिक किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि जांच में कुछ भी गलत नहीं मिला है तो फिर ईडी और सीबीआई द्वारा उन पर कार्रवाई क्यों की जा रही है?
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विपक्षी दलों को कमजोर करने और उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। (Uttarakhand) उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरा है और इसका विरोध किया जाना चाहिए।
महारा ने कहा कि विपक्षी दल एकजुट होकर केंद्र सरकार के इस दुरुपयोग का मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा कि वे जनता को केंद्र सरकार की तानाशाही के बारे में जागरूक करेंगे।
Uttarakhand: महारा के आरोपों के प्रमुख बिंदु
केंद्र सरकार ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर विपक्षी दलों के नेताओं को डराने और धमकाने का काम कर रही है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं पर ईडी और सीबीआई द्वारा की गई कार्रवाइयां इसका उदाहरण हैं।
हरक सिंह रावत के मामले में डेढ़ साल पहले विजिलेंस जांच की गई थी। इस जांच में क्या हुआ इसे सार्वजनिक किया जाए।
केंद्र सरकार विपक्षी दलों को कमजोर करने और उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है।
विपक्षी दल एकजुट होकर केंद्र सरकार के इस दुरुपयोग का मुकाबला करेंगे।
महारा के आरोपों का राजनीतिक प्रभाव
महारा के आरोपों से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। (Uttarakhand) विपक्षी दल केंद्र सरकार पर हमलावर हैं और उन्होंने ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठाई है। केंद्र सरकार ने अभी तक महारा के आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
यह देखना बाकी है कि महारा के आरोपों का राजनीतिक परिणाम क्या होगा। क्या यह विपक्षी दलों को एकजुट करने में मदद करेगा? क्या यह केंद्र सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाएगा?
हरक सिंह रावत पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने दी प्रतिक्रिया
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ पहले भी विजिलेंस ने भी कार्रवाई की है। जिम कार्बेट में सफारी प्रकरण और पेड़ कटान के मामले में ईडी ने हरक सिंह के ठिकानों पर छापा मारा है। जब किसी प्रकरण की जानकारी ईडी को मिलती है तो उसके आधार पर कार्रवाई करती है। मुझे लगता है आने वाले समय में बहुत सी चीजें स्पष्ट होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्पष्ट कहा है कि भ्रष्टाचार किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं होगा।