Gorakhpur: पुष्पा अपने दादा और पिता के सपनों को पूरा करने के लिए कुश्ती में उतर रही हैं। (Gorakhpur) उनका लक्ष्य ओलंपिक में भाग लेना और देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना है।
Gorakhpur: कौन है पुष्पा का परिवार
पुष्पा के दादा एक कुश्ती के प्रशिक्षक थे, जो हमेशा चाहते थे कि उनकी पोती ओलंपिक में खेले। पुष्पा के पिता भी एक कुश्ती के खिलाड़ी थे, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताएं जीती थीं।पुष्पा के दादा और पिता का निधन हो चुका है, लेकिन पुष्पा उनके सपनों को पूरा करने के लिए दृढ़ हैं। वे कड़ी मेहनत कर रही हैं और प्रशिक्षण ले रही हैं।
Gorakhpur: गोल्ड या सिल्वर मिला तो ओलंपिक का मिलेगा टिकट
कजाकिस्तान में अप्रैल में आयोजित एशियाई चैंपियनशिप में अपने भार वर्ग में स्वर्ण या रजत पदक जीतने में सफल रहीं तो वे पेरिस ओलंपिक-24 के लिए क्वालीफाई हो जाएंगी। यहां चूक गईं तो उन्हें दो और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी शीर्ष दो में स्थान बनाकर ओलंपिक में क्वालीफाई करने का मौका होगा।एशियाई चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई होने पर एनईआर के सहायक क्रीड़ाधिकारी चन्द्र विजय सिंह का कहना है कि पुष्पा में काफी दम है। भाग्य में थोड़ा साथ दिया तो वह गोरखपुर ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन करेगी।