Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पांच बड़े फैसले किए हैं। सरकार की ओर से कूटनीतिक और दूसरे मोर्चों पर लिए गए फैसलों से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। (Pahalgam Terror Attack) इन फैसलों से पाकिस्तान की कमर टूटना तय माना जा रहा है। यही कारण है कि पाकिस्तान के घबराए हुए प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने आज इमरजेंसी बैठक बुला ली है।
जानकारों का मानना है कि भारत की ओर से लिए गए फैसले आर्थिक और कूटनीतिक मोर्चे पर पाकिस्तान की मुसीबत बढ़ाने वाले साबित होंगे। सिंधु जल समझौते को स्थगित किए जाने से पाकिस्तान में एक-एक बूंद पानी का बड़ा संकट पैदा हो सकता है। खेती के लिए पानी न मिलने से पैदावार पर भी बड़ा असर पड़ेगा। जानकार सूत्रों का कहना है कि अभी तो बस शुरुआत है। आने वाले दिनों में भारत की ओर से और बड़ा एक्शन लिया जा सकता है।

Pahalgam Terror Attack: पांच बड़े फैसलों से पाक को मुंहतोड़ जवाब
2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद भारत की ओर से एयर स्ट्राइक की गई थी। (Pahalgam Terror Attack) अब पहलगाम हमले के बाद भारत ने एयर स्ट्राइक किए बिना ही पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की शुरुआत कर दी है। मोदी सरकार ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुई सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का फैसला किया है। इसके साथ ही एकीकृत अटारी चेक पोस्ट को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया गया है। वैध अनुमोदन के साथ सीमा पार कर चुके लोग एक में 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।
सार्क वीजा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। (Pahalgam Terror Attack) इस योजना के तहत अतीत में जारी वीजा को रद्द माना जाएगा। इस वीजा पर आने वाले पाक नागरिक को 48 घंटे में देश छोड़ना होगा। नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया गया है। उन्हें एक हफ्ते में भारत छोड़ना होगा। भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा।
एयर स्ट्राइक के बिना ही कमर तोड़ने वाला कदम
जानकारों का मानना है कि भारत की ओर से लिए गए इन फैसलों का दूरगामी असर पड़ेगा। (Pahalgam Terror Attack) मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक किए बिना ही उसकी कमर तोड़ने वाला कदम उठाया है। भारत के कड़े फैसलों के कारण पाकिस्तान बिलबिला गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि हम उम्मीद करते हैं कि भारत सर्जिकल स्ट्राइक जैसा कोई गैरजिम्मेदाराना कदम नहीं उठाएगा।
उन्होंने कहा कि यदि भारत की ओर से कोई हमला किया जाता है तो मैं इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहूंगा मगर हम इस हमले का जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि भारत ने पिछली बार जब पाकिस्तान की एयरस्पेस का उल्लंघन किया था तो उस समय भी हमने जवाब दिया था। भारत ने कश्मीर में 7 लाख से अधिक फौज इकट्ठा कर रखी है। कोई उनसे पूछे कि आखिरकार उनकी फौज वहां कर क्या रही है?
पाक में हड़कंप, शरीफ ने बुलाई आपात बैठक
मोदी सरकार की ओर से पांच बड़े फैसले लिए जाने के बाद पाकिस्तान में हड़कंप और बेचैनी का माहौल दिख रहा है। (Pahalgam Terror Attack) आगे की रणनीति पर विचार करने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की अहम बैठक बुलाई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के दौरान पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही यह भी फैसला किया जाएगा कि पाकिस्तान भारत की ओर से उठाए गए कदमों से किस तरह निपट सकता है।
भारत पर कोई सबूत न देने का आरोप
भारत की ओर से सिंधु जल समझौता स्थगित किए जाने के फैसले का पाकिस्तान में बड़ा असर पड़ सकता है। अब इसे लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और भारत को कड़ा जवाब देने की बात कर रहा है। एक चैनल से बातचीत के दौरान पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत के फैसलों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से आतंकी घटनाओं को लेकर कोई सबूत नहीं पेश किए गए हैं। उसकी घोषणा से गंभीरता की कमी का पता लगता है।
उन्होंने कहा कि भारत में जब भी कोई संकट पैदा होता है तो उसका दोष पाकिस्तान के सिर पर मढ़ दिया जाता है। (Pahalgam Terror Attack) उन्होंने कहा कि भारत की घोषणाओं के बाद पाकिस्तान के जवाब पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि भारत का बयान पूरी तरह अनुचित है और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की ओर से इस पर प्रतिक्रिया दी जाएगी। आतंकवाद के खिलाफ इस तरह का गुस्सा जाहिर करना उचित नहीं है।
पाकिस्तान की क्यों बढ़ गई बेचैनी
पाकिस्तान के लिए लाइफ लाइन कहे जाने वाली सिंधु और सहायक नदियों पर भारत का पूरी तरह नियंत्रण स्थापित होने के बाद पाकिस्तान के लोग पानी के लिए तरस जाएंगे। देश की 21 करोड़ से अधिक जनसंख्या की जल जरूरतों की पूर्ति इन्हीं नदियों के जरिए होती है। इसके साथ ही पाकिस्तान की 80 फ़ीसदी खेती भी सिंधु जल प्रणाली पर ही निर्भर है। (Pahalgam Terror Attack) इस तरह पाकिस्तान में पैदावार का संकट पैदा होने के साथ ही कई शहरों में जल आपूर्ति भी रुक जाएगी जिससे देश में बड़ी अशांति पैदा होने का खतरा मंडराने लगा है।
बिजली उत्पादन पर भी इसका बड़ा असर पड़ेगा जिससे उद्योग और शहरों में अंधेरा छा सकता है। (Pahalgam Terror Attack) पाकिस्तान के तरबेला और मंगला जैसे पावर प्रोजेक्ट इस समझौते के अंतर्गत मिलने वाले पानी पर ही निर्भर हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में पाकिस्तान के सामने बड़ा संकट पैदा हो सकता है और यही कारण है कि पाकिस्तान की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गुहार लगाने की बात कही जाने लगी है।
अभी और कड़े फैसले ले सकती है मोदी सरकार
2019 में हुए पुलवामा हमले का जवाब भारत की ओर से बालाकोट एयर स्ट्राइक के जरिए दिया गया था मगर इस बार एयर स्ट्राइक से आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। आने वाले दिनों में भारत पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को पूरी तरह खत्म कर सकता है। (Pahalgam Terror Attack) इसके साथ ही भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के खिलाफ एक व्यापक गोलबंदी कर सकता है जिसमें भारत को पश्चिमी देशों का समर्थन मिल सकता है।
भारत की ओर से यूएई के रास्ते पर हो रहे व्यापार पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकती है। इससे पाकिस्तान की आर्थिक कमर टूट सकती है। जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में भारत की ओर से कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर और कड़े फैसले लिए जा सकते हैं। (Pahalgam Terror Attack) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान की स्थिति काम काफी कमजोर दिख रही है जिससे उसका संकट और बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।