Priyanka Gandhi: गुजरात में कांग्रेस अधिवेशन में प्रियंका गांधी वाड्रा की अनुपस्थिति ने तमाम तरह की अटकलों को हवा दे दी है। भाजपा ने दावा किया है कि उनकी अनुपस्थिति विपक्षी पार्टी के नेतृत्व में दरार का संकेत है। वहीं कांग्रेस महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने स्पष्ट किया कि प्रियंका विदेश में पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण अनुपस्थित थीं।
Priyanka Gandhi: प्रियंका अभी कुछ बाहर ही रहेंगी
अटकलें तमाम हैं लेकिन सच्चाई कुछ और है। पता लगा है कि प्रियंका वाकई में विदेश में हैं और परिवार में बीमार किसी नजदीकी रिश्तेदार को देखने, उनके साथ समय बिताने के लिए विदेश गईं हैं हैं। उनका ये कार्यक्रम पहले से ही तय था। प्रियंका अभी कुछ दिन बाहर ही रहेंगी।
दरअसल, राजीव-सोनिया परिवार में निजी कार्यक्रम और निजी यात्राओं के बारे में बहुत कम ही जानकारी दी जाती है। (Priyanka Gandhi) इस तरह की व्यस्तताओं को सार्वजनिक नहीं किया जाता है। इसीलिए प्रियंका की निजी यात्रा को सार्वजनिक नहीं किया गया है।

भाई-बहन के बीच की प्रतिद्वंद्विता करार दिया
वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने इस महीने की शुरुआत में आयोजित वक्फ (संशोधन) विधेयक पर लोकसभा में मतदान में भी हिस्सा नहीं लिया था, जबकि पार्टी ने अपने सभी सांसदों को उस दिन लोकसभा में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया था। (Priyanka Gandhi) इसके बाद पार्टी की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था की बैठक में भी वो नहीं पहुंचीं थीं। भाजपा ने प्रियंका की गैरमौजूदगी पर टिप्पणी करते हुए इसे भाई-बहन के बीच की प्रतिद्वंद्विता करार दिया था।
इसपर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि प्रियंका पूर्व-निर्धारित यात्रा पर विदेश गई थीं, जिसके लिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से छुट्टी मांगी थी और उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।

प्रियंका की अनुपस्थिति पर कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा है कि बैठक में कई सीडब्ल्यूसी सदस्य शामिल नहीं हुए। ऐसे में “किसी एक व्यक्ति को क्यों निशाना बनाया जा रहा है?”
फेसबुक पर पोस्ट लिखी
इस बीच प्रियंका ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी है जिसमें उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित लोगों के ऋण माफ न करने के केंद्र सरकार के फैसले को “विश्वासघात” करार दिया है। प्रियंका ने केरल उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के हलफनामे का हवाला देते हुए ये बात कही है जिसमें कहा गया था कि ऋण में सिर्फ रिज़र्व बैंक के प्राकृतिक आपदाओं पर मास्टर निर्देशों के अनुसार छूट दी जा सकती है। (Priyanka Gandhi) प्रियंका ने लिखा कि वह और उनकी पार्टी “इस उदासीनता की कड़ी निंदा करती है और वायनाड में हमारे भाइयों और बहनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।