Umesh Pal Murder Case : चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में फरार आरोपियों की तलाश जारी है। प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ तीन शूटरों साबिर, अरमान और गुड्डू मुस्लिम को बीते 10 महीनों से खोज रही है। इसके अलावा माफिया अतीक अहमद के परिवार की तीन महिलाएं शाइस्ता परवीन, जैनब फातिमा और आयशा नूरी की तलाश भी चल रही है। फरार आरोपियों में शामिल अतीक – अशरफ की बहन आयशा नूरी के खिलाफ प्रयागराज पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।
दरअसल, पिछले दिनों बार-बार नोटिस देने के बावजूद पेश नहीं होने पर पुलिस ने इन फरार आरोपियों के विरूद्ध प्रयागराज की एससी-एसटी कोर्ट से धारा 83 सीआरपीसी का नोटिस जारी कराया था। इसी के तहत मेरठ स्थित आयशा के मकान की कुर्की की गई है। प्रयागराज से मेरठ गई पुलिस टीम ने स्थानीय थाना के सहयोग से इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
Umesh Pal Murder Case : अतीक की बहन का घर कुर्क
अपने माफिया भाइयों के बेहद करीब माने जाने वाली आयशा नूरी तब से फरार है, जब से उसका नाम पुलिस ने उमेश पाल मर्डर केस के आरोपियों में शामिल किया था। मेरठ स्थित उसका घर कुर्क करने पहुंची पुलिस ने पहले अंदर रखा सारा सामान जब्त किया। इसके बाद पुलिस ने डुगडुगी बजाकर मुनादी कराई और घर के बाहर कुर्की का नोटिस चस्पा दिया।

Umesh Pal Murder Case : गुड्डू मुस्लिम ने यहीं पर लिया था शरण
उमेश पाल को मौत के घाट उतारने के बाद गुड्डू मुस्लिम पांच मार्च को मेरठ स्थित आयशा नूरी के इसी मकान पर पहुंचा था। कुछ घंटे यहां ठहरने के बाद वो पैसे लेकर फरार हो गया। गुड्डू बमबाज के नाम से कुख्यात इस शख्स के यहां आने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, उसी के आधार पर अतीक की बहन भी रडार पर आ गई। पुलिस ने आयशा और उसके शौहर डॉ अखलाक को गुड्डू मुस्लिम को पनाह देने और उसकी आर्थिक मदद करने का आरोपी बनाया।

आयशा का शौहर डॉ अखलाक मेरठ के अब्दुल्लापुर की सरकारी अस्पताल में तैनात था। उसे मेरठ के नौचंदी इलाके से 2 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने 3 अप्रैल को उसे नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया, जहां वो अभी भी बंद है। इलाहबाद हाईकोर्ट में 15 दिसंबर को उसकी जमानत अर्जी पर सुनवाई होगी। 23 अगस्त को प्रयागराज की जिला अदालत ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी।

Umesh Pal Murder Case : बेटी के साथ फरार चल रही है आयशा
आयशा नूरी पुलिस के रडार पर आने से पहले मीडिया में खूब नजर आती थीं। फरार होने से पहले प्रयागराज में उसने अपने बेटी उनजिला और अशरफ की छोटी बहन जैनब फातिमा के साथ प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था, जिसमें उसने अपने माफिया भाइयों और भतीजे असद का बचाव किया था। पाल मर्डर केस में जैसे ही उसे आरोपी बनाया गया, वह बेटी के साथ अंडरग्राउंड हो गई। पुलिस को एक दिन उसकी कार संदीपन घाट पर लावारिस हालत में मिली थी। जिसके बाद से आजतक उसका कोई अता-पता नहीं चल पाया है।

Umesh Pal Murder Case : फरवरी में हुई थी उमेश पाल की हत्या
24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में दिनदहाड़े अधिवक्ता और बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड मामले के गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े गोलियों और बमों से हत्या कर दी गई थी। इस हमले में उनके दो सरकारी गनर भी मारे गए थे। इस हत्याकांड को माफिया अतीक अहमद के गैंग ने अंजाम दिया था, जिसकी अगुवाई खुद उसका तीसरा बेटा असद कर रहा था।
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