Basant Panchami Rangoli Designs: बसंत पंचमी का त्योहार हर किसी की जिंदगी में ढेर सारी खुशियां लेकर आता है. लोग धूमधाम से मां सरस्वती की पूजा करते हैं. है। सनातन धर्म में बसंत पंचमी का काफी विशेष महत्व है। इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती का विधि विधान से पूजन किया जाता है। इस दिन लोग अपने घर को भी सजाते हैं।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन माता सरस्वती का जन्म हुआ था. इसलिए बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है. बसंत पंचमी माघ महीने के पांचवें दिन मनाई जाती है.

वहीं, स्कूलों में भी कई तरह का आयोजन होता है। इस दिन बच्चे अपने स्कूल में रंगोली भी बनाते हैं। ऐसे में अगर आप भी इस दिन रंगोली बनाना चाहते हैं इसलिए इस दिन लोग अपने घरों में पूजा करते हैं. लोग फूलों और रंगोली से अपने-अपने घरों को सजाते हैं.इस दिन घर में रंगोली डिजाइन बनाना शुभ माना जाता है. ऐसे आज हम आपको कुछ ऐसे आसान रंगाली डिजाइन (Basant Panchami Rangoli Designs Easy )बताएंगे जिसे आप केवल 10 मिनट में तैयार कर लेंगे.
बसंत पंचमी रंगोली डिजाइन (Basant Panchami Rangoli Design 2025)
बसंत पंचमी के दिन इस रंगोली में कला और शिक्षा की देवी मां सरस्वती के हाथ में जो वीणा होता है इस डिजाइन को आप फूलों की मदद से भी बना सकते हैं.

यंत्र रंगोली डिजाइन (Yantra Rangoli Design)
घर के आंगन की शोभा बढ़ाने के लिए आप मां सरस्वती के यंत्र की रंगोली डिजाइन बना सकते हैं. 2-3 रंगों से आप इस रंगोली डिजाइन को बनाकर अपने घर को अंगन को सजा सकते हैं.

वीणा रंगोली डिजाइन(Veena Rangoli for Basant Panchami)
बसंत पंचमी लिखे इस रंगोली को आप आसानी से बना सकते हैं। इस रंगोली को घर से लेकर पूजा के पंडाल तक आसानी से बनाया जा सकता है। इस यूनिक रंगोली में मां सरस्वती का वीणा भी बनाया गया है, जो इसके लूक में चार चांद लगा रहा है।

मां सरस्वती हंस पर सवार डिजाइन(
इस रंगोली में मां सरस्वती हंस पर सवार हैं और अपने हाथ में वीणा लिए हुए हैं। इसको आप आसानी से अपने घर के मेन गेट पर आसानी से बना सकते हैं।
कमल के फूल के साथ हंस और वीणा वाले इस रंगोली को भी एक ऑप्शन के तौर पर देख सकते हैं। इसको बनाना काफी आसान भी है।
फूलों वाली रंगोली
बसंत पंचमी बसंत ऋतु की शुरुआत का दिन होता है, क्योंकि इस दिन से चारों तरफ हरे-पीले फूल खिलने की शुरूआत माना जाता है. ऐसे में आप बसंत पंचमी के दिन कंघी की मदद से फूलों वाली सुंदर रंगोली डिजाइन बना सकते हैं.

कब है बसंत पंचमी? (basant panchami 2025 kab hai )
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2 फरवरी को सुबह 11 बजकर 54 मिनट से आरंभ हो रही है, जो अगले दिन यानी 3 फरवरी को सुबह 9 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के हिसाब से बसंत पंचमी का त्योहार 3 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा (saraswati puja basant panchami )का विधान है। इस दिन आप सुबह 7 बजकर 10 मिनट से लेकर 9 बजकर 30 मिनट तक के बीच मां सरस्वती की पूजा कर सकते हैं।