Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के खिलाफ बर्खास्त हुए शिक्षकों ने एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है। आज भारी संख्या में शिक्षक और शिक्षककर्मीयों ने एसएससी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया। एसएससी ऑफिस के बाहर मौजूद शिक्षकों ने ममता सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। जानकारी के लिए बता दें कि यह प्रदर्शन इसीलिए हो रहा है कि अभी कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोप में करीब 26000 शिक्षक और शिक्षककर्मियों की नौकरी निरस्त करने का आदेश दिया था।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से बेरोजगार हुए शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ बगावत कर दिया है। बुधवार 9 अप्रैल को भी शिक्षकों ने ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारी जैस ही सड़कों पर उतरे थे तुरंत पुलिस ने उनके ऊपर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया था। इस लाठीचार्ज की निंदा करते हुए बीजेपी ने बंगाल सरकार पर भी जमकर हमला बोला था।
Mamata Banerjee: 26000 शिक्षक भर्ती को सुप्रीम कोर्ट ने किया निरस्त
सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को बड़ा झटका देते हुए 2016 की स्कूल सर्विस कमिशन (SSC) शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को अवैध घोषित कर रद्द कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि इस भर्ती में भारी अनियमितताएं, भ्रष्टाचार और पारदर्शिता की कमी रही, जिससे यह निर्णय लेना आवश्यक हो गया। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि चयन प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं थी और इसमें योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ। इस फैसले का सीधा असर करीब 26,000 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नौकरियों पर पड़ा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, इन सभी की नियुक्तियां रद्द कर दी गई हैं। यह फैसला राज्य सरकार की भर्ती नीतियों पर गंभीर सवाल खड़ा करता है और भविष्य की नियुक्तियों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की आवश्यकता को उजागर करता है। इससे राज्य में शिक्षा व्यवस्था पर भी गहरा असर पड़ सकता है।